मध्य प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनी काम किया है इस योजना में 15 लाख से ज्यादा छात्र छात्रों को फ्री साइकिल दी जाएगी। MP Free Cycle Yojana का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के सभी दूर दराज और ग्रामीण इलाकों में रह रहे बच्चों को मुक्त साइकिल दिया जाए। इससे बच्चों को आने जाने में बहुत आसानी होगी, स्कूल समय पर पहुंचकर वह अच्छी शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे। यही योजना उन ग्रामीण क्षेत्र के लिए सबसे ज्यादा कारगर है। जहां के बच्चे कई कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते हैं कभी दूर के कारण वह स्कूल नहीं जा पाते थे कोई सुविधा न होने के कारण उनकी पढ़ाई में रुकावट हो जाती थी इसी समस्या को दूर करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने फ्री साइकिल योजना का आरंभ 2004-05 मे पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया गया था ताकि सभी बच्चे स्कूल समय पर पहुंचकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाए।
क्या है यह योजना
MP Free Cycle Yojana 2025: मध्य प्रदेश सरकार की यह कल्याणकारी योजना में से एक योजना है जिसके तहत सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले गरीब और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को मुक्त साइकिल दिया जाता है इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिन बच्चों को स्कूल जाने के लिए कई किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन की सुविधा न होने के कारण कई बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं जिनमें ज्यादातर लड़कियां होती है बहुत सारे लड़कियां स्कूल दूर होने की वजह से और आने-जाने की सुविधा न होने के कारण अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ देती है इसीलिए सरकार ने उनकी पढ़ाई ना छूटे इसलिए उनको साइकिल प्रदान करता है जिससे बच्चों को स्कूल जाने में कोई समस्या ना हो। और स्कूल टाइम पर पहुंच सकें।
योजना का उद्देश्य
- मध्य प्रदेश के ज्यादातर बच्चे ग्रामीण इलाकों में रहते हैं जहां उनके घरों से स्कूल की दूरी कम से कम 2 से 5 किलोमीटर होता है यहां के बच्चे डेली पैदल स्कूल जाते हैं कभी-कभी वह लेट होने की वजह से स्कूल नहीं जा पाते और स्कूल भी बहुत दूर होता है इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने उन्हें साइकिल की सुविधा दी है जिससे वह नियमित रूप से स्कूल में अपनी उपस्थिति बनाए रखें और पढ़ाई में ज्यादा फोकस कर सकें।
- गरीब और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बच्चे तथा शहरों में रहने वाले बच्चों की तुलना में उनके पास कम सुविधा होते हैं योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी वर्ग या गांव में रहने वाले बच्चों को समान रूप से शिक्षा तक पहुंच सके। जब सभी के पास साधन बराबर होंगे तभी तो शिक्षा में समानता बराबर होगी।
- गांव के लोग लड़कियों को अक्सर दूर भेजने से डरते हैं बहुत से गांव में स्कूल दूर होता है और लड़कियों को स्कूल आने जाने में असुविधा महसूस होता है एक साइकिल लड़कियों को हिम्मत देती है स्कूल आने-जाने में आसानी और नियमित रूप से स्कूल आ जा सकती हैं
- बहुत से बच्चे दूर दराज इलाकों से पैदल चलकर आते हैं और वे थक जाते हैं जिनसे उनके पढ़ाई में ध्यान काम होता है एक साइकिल उनका थकान और समय दोनों काम करता है
- बहुत से बच्चे दो-तीन किलोमीटर पैदल चलकर आते हैं जिसे वह थके हुए रहते हैं कई बच्चे स्कूल बीच में ही छोड़ देते हैं इस योजना का मुख्य उद्देश्य यही है कि कोई बच्चा आने जाने की सुविधा में कठिनाई के कारण स्कूल ना छोड़े।
- जब कोई छात्र अपनी खुद की साइकिल में स्कूल आता है तो उसका स्वाभिमान,आत्मविश्वास और जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाती है। जिसे वह बहुत अच्छे से निभा पाते हैं इस योजना से वो निरन्तर स्कूल जा पाते है।
पात्रता के नियम
- वह मध्य प्रदेश का निवासी होना चाहिए
- वह कक्षा छठवीं और 9वीं का छात्र/छात्रा होना चाहिए
- वह मध्य प्रदेश के किसी सरकारी स्कूल या सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ाई करता हो।
- इस योजना का लाभ वही बच्चा ले सकता है जिनके घर स्कूल से 2 किलोमीटर या उससे अधिक दूरी पर हो
आवश्यक दस्तावेज
Mp free cycle yojana 2025 का लाभ लेने के लिए छात्रों के पास निम्निलिखित दस्तावेज होना चाहिए:
- आधार कार्ड
- स्कूल ID
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- ग्राम पंचायत प्रमाण पत्र ( मांगे तब )
- खाता नंबर (यदि आप सायकिल नहीं लेना चाहते तब)
- पासपोर्ट साइज फोटो

कैसे आवेदन करना है
Mp free cycle yojana 2025: इस योजना के अंतर्गत इसकी प्रक्रिया बहुत सरल और आसान है जिससे गांव में रहने वाले माता-पिता अपने बच्चों को बहुत आसानी से साइकिल दिलवा सकते हैं नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो करना होता है:
- सबसे पहले छात्र-छात्राओं को अपने स्कूल के प्रधानाध्यापक या कक्षा शिक्षक से संपर्क करना होगा। शिक्षकों के पास सरकार द्वारा भेजी गई सरकारी योजनाओं का लिस्ट और फॉर्म होता है फॉर्म को लेकर आपको सावधानीपूर्वक भरना होगा
- आवेदन फॉर्म में छात्र का नाम, पिता का नाम, कक्षा, स्कूल का नाम, घर का पता और घर से स्कूल की दूरी भरनी होती है
- छात्र-छात्राओं के पास आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, स्कूल आईडी, आय प्रमाण पत्र और पासपोर्ट साइज का फोटो होना अनिवार्य है
- स्कूल प्रशासन सभी दस्तावेजों और फॉर्मों की जांच और सत्यापन करता है। स्कूल इसके बाद योग्य विद्यार्थियों की सूची बनाता है।
- स्कूल जो सूची तैयार करता है उसे आगे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) या जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) को भेजता है यही से साईकिल का वितरण किया जाता है हर स्कूल में।
- जब मध्यप्रदेश सरकार द्वारा mp free cycle yojana के माध्यम से सभी स्कूल में साइकिल भेज दी जाती है तो शिक्षक के द्वारा एक सामरोह आयोजित करते है और सभी छात्र छात्रों को जिनकी लिस्ट मे नाम होता है उन्हें फ्री साइकिल दी जाती है।
क्या है नया नियम
MP free Cycle Yojana 2025: इस योजना में नया नियम लागू हुआ है जिससे छात्रों को अच्छा फायदा होने वाला है इसमें लड़कों को 20 इंच का साइकिल मिलेगा वही लड़कियों को 18 इंच की लेजिस सायकिल मिलना है सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से कहां गया है कि साइकिल अच्छे गुणवत्ता वाले होने चाहिए नहीं तो सरकारी कर्मचारियों के ऊपर कारवाही भी हो सकता है। इस साल सरकारी स्कूल में 4.5 लाख छात्रों को सीधे 10 जुलाई को वितरण मिलेगा सरकार दावा कर रही है कि 15 लाख से ज्यादा छात्राओं को साइकिल प्रदान किया जाएगा।
निष्कर्ष
MP Free Cycle Yojana 2025 एक सरकारी योजना नहीं है; यह हर बच्चे के सपनों को पूरा करने वाली एक पहल है जो हर दिन मीलों पैदल चलकर स्कूल जाता है। यह योजना न केवल साइकिल देती है, बल्कि समय, सम्मान और आत्मविश्वास भी देती है।
जब एक बच्चा साइकिल पर स्कूल पहुंचता है, तो वह सिर्फ स्कूल जाता है, बल्कि अपने भविष्य की ओर एक मजबूत कदम बढ़ाता है।
यह योजना शिक्षा तक पहुंच को और सुरक्षित और आसान बनाती है, खासकर लड़कियों के लिए। शिक्षा में समानता, बच्चों में आत्मनिर्भरता और ग्रामीण विकास की दिशा में सरकार का यह कदम सराहनीय है।