सब्जी उत्पादन क्यों जरूरी है?
भारत एक कृषि प्रधान देश है, और इसमें सब्जी उत्पादन का महत्वपूर्ण योगदान है। सब्जियाँ न केवल पोषण का स्रोत हैं, बल्कि किसानों के लिए एक सशक्त आय का साधन भी हैं। वर्ष 2025 में सरकार ने सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं, जिससे छोटे और मध्यम किसान भी मुनाफे में आ सकें। इन योजनाओं से किसान को बहुत मदद मिल जाएगा जिनसे किसान की आय बढ़ेगी और किसान भाई लोग आत्मनिर्भर बन पाएंगे। ये देश के किसान ही है जो मानवजाति को चला रहे है और सरकार उनका मनोबल बढ़ने की ओर बढ़ रही है आइए जानते है
1. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)
इस योजना का उद्देश्य है – “हर खेत को पानी”। सब्जी उत्पादन में सिंचाई की बड़ी भूमिका होती है। पानी के बिना किसान लोग कुछ नहीं कर सकते है और छोटे किसान तो बारिश के भरोसे रहते है और फसल उगाने में देर हो जाती है इस लिए उनका उत्पादन बहुत कम हो जाता हैं। सरकार किसान की इस समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना चला रहे है इस योजना के अंतर्गत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर 50–70% तक की सब्सिडी दी जाती है। इससे किसान कम पानी में अधिक उत्पादन कर सकते हैं।
2. राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM – MIDH)
यह योजना विशेष रूप से फल, फूल और सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। किसान इस योजना के तहत बीज, नर्सरी, जैविक खाद, मल्चिंग शीट और कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाओं पर 40–60% सब्सिडी पा सकते हैं।
3.मुख्यमंत्री कृषक उद्यमिता योजना (MP सरकार)
इस योजना में यही कोई किसान सब्जी उत्पादन व्यापार का रुप देना चाहता है तो सरकार उसको बहुत सहायता करता है ताकि वो इस कम को आगे ले जा सके और अधिक मुनाफा कमा सके।जैसे पैकेजिंग यूनिट या प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करना चाहता है, उसे इस योजना के तहत ₹25 लाख तक का लोन और सब्सिडी मिल सकती है।
4. एकीकृत बागवानी विकास मिशन (IHDM – MP)
मध्यप्रदेश सरकार की यह योजना सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में तकनीक को बढ़ावा देती है। इसमें बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटनाशक, प्लास्टिक मल्चिंग, और प्रशिक्षण शिविरों के लिए सहायता दी जाती है। इसमें किसान को पहले सिखाया जाता है ताकि किसान अच्छे से बडवानी को व्यवसाय का रुप दे सके और उसकी आमदनी हो सके। इस योजना से किसान आत्मनिर्भर बनते हैं। सरकार का यही उद्देश्य है कि हर किसान सफल किसान हो।
5.कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) अनूपपुर द्वारा प्रशिक्षण
अनूपपुर जिले में मौजूद KVK केंद्र किसानों को सब्जी उत्पादन से जुड़ी तकनीकी जानकारी, कीट प्रबंधन, और उन्नत किस्मों की जानकारी देता है। प्रशिक्षण शिविर और फील्ड डेमो से किसानों को बहुत मदद मिलती है। इस केंद्र में किसान लोग जाके सही जानकारी हासिल कर सकते है और अपने सब्जी उत्पादन व्यापार को और बड़ा बनाया जा सकता है सभी किसान से अनुरोध है कि मिट्टी जांच जरूर कराए इससे क्या होगा कि आप को पता चलेगा कि आप की मिट्टी पर कौन सा फसल ज्यादा उपज दे सकता है और समय-समय पर अपने फसल की जानकारी साझा जरूर करें।
KVK से क्या सीख सकते हैं?
- उन्नत बीज का चयन
- सोलर ड्रायर और वर्मी कंपोस्ट यूनिट बनाना
- टमाटर, भिंडी, मिर्च जैसी फसलों में इंटरक्रॉपिंग
- जैविक खेती से अधिक लाभ लेना
6.सब्जी उत्पादन के लिए जरूरी Subsidy और लाभ
विषय | सब्सिडी (%) |
ड्रिप सिंचाई | 50% – 70% |
बीज व नर्सरी | 40% – 60% |
जैविक खाद व कीटनाशक | 50% तक |
प्लास्टिक मल्चिंग शीट्स | 50% तक |
इन सुविधाओं के साथ किसान सब्जी उत्पादन की लागत को काफी हद तक कम कर सकता है और मुनाफा बढ़ा सकता है।
7. ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- horti.mp.gov.in पर जाएँ
- “सब्जी उत्पादन” से संबंधित योजना चुनें
- आधार और खसरा नंबर अपलोड करें
- ज़िला उद्यानिकी अधिकारी से संपर्क करें
8. सब्जी उत्पादन से जुड़ी अन्य सहायता
📦 बीज मिनिकिट योजना:
- किसानों को फ्री या सब्सिडी पर बीज मिलते हैं
- सीधे कृषि कार्यालय से वितरण होता है
🚜 यांत्रिकरण योजना:
- ट्रैक्टर, पावर टिलर, सीडर मशीन पर 40% सब्सिडी
- सब्जी उत्पादन में लाइन बोआई और मल्चिंग मशीन मददगार
नोट
आज का किसान अगर समय के साथ चले और सरकार की योजनाओं का फायदा उठाए, तो सब्जी उत्पादन सिर्फ खेत का काम नहीं रहेगा, वह एक बिज़नेस बन जाएगा।हर किसान को चाहिए कि वह अपने जिले के कृषि और उद्यानिकी विभाग से जुड़कर योजनाओं की जानकारी ले और आवेदन करे।
👉 आज ही अपने ब्लॉक कृषि अधिकारी से संपर्क करें, और सब्जी उत्पादन से जुड़ी योजना में आवेदन करें।
👉 गाँव में किसानों के साथ यह जानकारी साझा करें – ताकि हर किसान सालाना ₹1 लाख से ₹3 लाख तक कमा सके।